उद्यमिता विकास में कौषल विकास योजनाओं की भूमिका का अध्ययन
श्रीमती कविता सिलवाल1, डाॅ. पदमा सोमनाथे2
1,2सहा. प्राध्यापक, वाणिज्य, गुरुकुल महिला महाविद्यालय, रायपुर (छ.ग.)
*Corresponding Author E-mail:
ABSTRACT:
स्किल इंडिया मिशन (भारत कौषल मिषन) का उद्देेश्य देश भर में कौशल विकास योजनाओं को एकीकृत करना और उनकी निगरानी करना है। स्किल इंडिया मिशन का एक सूत्री कार्यक्रम है, भारतीय युवाओं को उद्योग से संबंधित प्रशिक्षण लेने में सक्षम बनाना। जिससे युवाओ को बेहतर आजीविका हासिल करने में मदद मिल सकती है। कौशल विकास के महत्व का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि इससे उत्पादकता तथा आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है। श्रमशक्ति को कौंशल सम्पन्न बनाने से उनकी उत्पादकता बढ़ेगी जिसके परिणामस्वरूप जीवन निर्वहन की गुणवत्ता का भी विकास होगा।
KEYWORDS: उद्यमिता विकास में कौषल विकास योजनाओं की भूमिका का अध्ययन।
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भारत देश में वर्ष 2020 में युवाओं की जनसंख्या कुल आबादी के 34.33 प्रतिशत के बराबर होने का अनुमान है। युवा शक्ति को राष्ट्र शक्ति बनाने का व्यापक प्रयास भारत वर्ष में किया जा रहा है। स्टार्टअप इंडिया हो, स्टैंडअप इंडिया हो या फिट इंडिया अभियान में सभी योजनाएँ एवं कार्यक्रम युवाओं पर ही केन्द्रित है। माननीय प्रधानमंत्री जी ने देश की युवा शक्ति को वैष्विक चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करने हेतु 15 जुलाई 2015 को स्किल इंडिया अभियान की शुरुआत की। उस भव्य परिकल्पना को लागू करने की जिम्मेदारी कौषल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) को सौंपी गई।
मंत्रालय को व्यवसायिक और तकनीकी प्रशिक्षण का ढाँचा तैयार करने से लेकर उनके सफल क्रियान्वयन का उत्तरदायित्व दिया गया। भारत में कौशल विकास तथा बेरोजगारी की समस्या का मूल कारण स्कूली स्तर पर व्यावसायिक शिक्षा की अनुपस्थिति तथा विभिन्न कौशल विकास योजनाओं का अप्रभावी क्रियान्वयन रहा है। अतः इस समस्या को समाप्त करने के उद्देष्य से मंत्रालय ने वर्ष 2019 में समस्त रोजगार सृजन के कार्यक्रमों को कार्यान्वित करने के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न करने के पैमाने में बढ़ोतरी और कौशलों की गुणवत्ता सुधारने पर विशेष ध्यान दिया है।
स्किल इंडिया अभियान, 2005 का मुख्य उद्देश्य भारत के युवाओं को बाजार की दृष्टि से उपयुक्त कौषलों का प्रशिक्षण देकर न्यू इंडिया और विष्व के बाजार की आवश्यकताओं के अनुसार सशक्त बनाना है। कौशल विकास और उद्यमितता मंत्रालय की वर्ष 2015-16 की रिपोर्ट के अनुसार भारत की श्रमशक्ति में से केवल 5ः लोग विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षित है। स्किल इंडिया अभियान के तहत युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर स्वावलंबी बनाना है।
सरकार द्वारा स्किल इंडिया मिशन में युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करके विभिन्न क्षेत्रों मे रोजगार प्रदान किया जा रहा है। उद्यमितता और कौशल विकास प्रोत्साहन हेतु क्षेत्रवार संभावित उद्यमों की सूची इस प्रकार है।
उपरोक्त क्षेत्र में युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार प्राप्त कर रहे हैं जो कि भारतीय अर्थव्यवस्था को सुदृढता प्रदान करेगी। भारत सरकार की स्वावलंबी भारत की परिकल्पना चरितार्थ करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका ’स्किल इंडिया मिशन’ प्रदर्शित कर रहा है।
निष्कर्षः-
भारत सरकार का एकमात्र उद्देश्य भारत ’’कौषल भारत, कुषल भारत’’ को पूर्ण करने के लिए स्किल इंडिया मिशन एक सुदृढ़ ढांचा है। यह कार्यक्रम युवा पीढ़ी को व्यवसायिक शिक्षा एवं व्यवसायिक प्रगति प्रदान करने की सुनहरी सीढ़ी का कार्य करेगी। आवश्यकता है तो हितधारकों को जागरूक बनाने की जो इस योजना से लाभांन्वित होकर अधिकतम प्रशिक्षण प्राप्त कर सके एवं रोजगार प्राप्त करें। औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास शिक्षा युवाओं मे स्वावलंबन को बढ़ावा देती है। इस योजना से देश के लोगों में सतत रोजगार व सतत आजीविका हेतु नवाचार आधारित उद्यमशीलता को प्रोत्साहन मिलता है। नीति का उद्देश्य सामाजिक/भौगोलिक रूप से पिछडे, वंचित समूहों एवं महिलाओं को समान कौशल के साथ-साथ उद्यमशीलता के अवसर प्रदान करना है। अतः भारत सरकार स्किल इंडिया मिशन की सफलता को निरंतर बनाये रखने के लिए प्रयासरत है।
संदर्भ ग्रंथ सूची
1 दैनिक भास्कर समाचार पत्र।
2 नवभारत समाचार।
3 The Hindu News Paper
4 उद्यमितता - उद्यमितता विकास केंद्र
5 छत्तीसगढ़ सामान्य अध्ययन-शिक्षादूत प्रकाशन, रायपुर।
6 जैन एवं शर्मा-उद्यमीय विकास कौशल, रमा बुक डिपों रायपुर।
7 माथुर एस.पी.-भारत में उद्यमितता विकास, हिमालया पब्लिकेशन, नई दिल्ली, 2008।
8 आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21।
Received on 23.09.2021 Modified on 18.10.2021 Accepted on 21.11.2021 © A&V Publications All right reserved Int. J. Rev. and Res. Social Sci. 2021; 9(3):130-132.
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